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Prerak Kahaniya | Do not work without consideration

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Prerak Kahaniya | Do not work without consideration

Baccho ki Kahani | Do not work without consideration | बिना विचारे कोई काम न करें


बात काफी पुरानी है। किसी देश का एक राजा जंगल में अपने साथियों से भिझड़ गया। जंगल में काफी घुमने के बाद भी राजा को वहां से बाहर निकल नहीं पाएं। वह जंगल में भटकते रहे। इतने में अंधेरा हो चुका था। उन्हें कुछ स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था।




तभी उन्हें जंगल में एक हल्की सी रोशनी दिखाई दी। वह रोशनी की दिशा में बढ़ते गए। पास जाकर देखा वहां एक झोपड़ी थी।

राजा, झोपड़ी के पास पहुंचे और उन्होंने अपना सही परिचय दिए बिना स्वयं को भटका हुआ राहगीर बताया।

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झोपड़ी में रहने वाले व्यक्ति ने उनकी काफी आव भगत की। जो रूखा-सूखा उसके पास था, उसने राजा को खाने के लिए दिया।

राजा उसके व्यवहार से काफी प्रसन्न हुआ।

रात्री विश्राम के बाद सुबह राजा जब वहां से जाने लगा तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस देश का राजा हूं। तुम्हारी सज्जनता से प्रभावित होकर मैं तुम्हें यह चंदन का वन उपहार में दे रहा हूं, जिससे तुम्हारा शेष जीवन आनंद में बीते।’’



उस व्यक्ति को चंदन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। वह प्रतिदिन चंदन का पेड़ काटता और उन्हें जला कर कोयल बना लेता। उस कोयले को वह शहर में जाकर बेच देता।




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इससे उसका गुजारा अच्छे से चलने लगा।

धीरे-धीरे वन के सभी पेड़ उसने काट दिए। आखिर में सिर्फ एक ही पेड़ बचा। लगातार कई दिनों वर्षा होने की वजह से वह कोयला तैयार नहीं कर पाया।

उसने शहर जाकर लकड़ी बेचने का निश्चिय किया और लकड़ी लेकर वह शहर पहुंचा।



लकड़ी को देखकर एक व्यापारी उसकी अच्छी कीमत देने के लिए तैयार हो गया।

 उस व्यक्ति को कुछ समझ में नहीं आया कि व्यापारी उसकी लकड़ी का इतना अधिक मूल्य क्यों दे रहा हैं।




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उसने व्यापारी से पूछा, ‘‘आप इस लकड़ी का इतना अधिक मूल्य क्यों दे रहे हो?’’

व्यापारी ने जवाब दिया, ‘‘क्या तुम्हें नहीं मालूम, यह चंदन की कीमती लकड़ी है। तुम्हारे पास ऐसी और भी लकड़ी हो तो मुझे लाकर देना, मैं तुम्हें इसकी अच्छी कीमत दूंगा।’’

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व्यापारी की बात सुनकर गरीब व्यक्ति अपना सिर पकड़कर बैठ गया। वह पछताने लगा कि उसने तो मंहगी लकड़ी का कोयला बनाकर कौड़ियों के दाम में बेच दिया हैं।


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शिक्षा:- Prerak Kahaniya | Do not work without consideration


इस कहानी से शिक्षा मिलती हैं कि

  • दुनिया मैं अधिकतर लोग इस तरह की नासमझी करते हैं और बाद में पछताते हैं।
  • यदि किसी चीज के बारे में जानकारी न हो तो उसके बारे में अच्छे से जानकारी हासिल कर लेना चाहिए।
  • यदि वह व्यक्ति चंदन के वृक्ष की जानकारी पहले हासिल कर लेता तो उसे बाद में पछताना नहीं पड़ता।

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