new motivational story : Prerak Kahani | बुजुर्गो का करें सम्मान |
वर्तमान में जो कुछ भी हो रहा हैं यह भूतकाल में किए गए कार्यो का परिणाम हैं और वर्तमान भविष्य का आधार हैं। युवाओं को अपने घर के बड़े बुजुर्गो को ‘ओल्ड मैन’ या पिछड़े मानसिकता वाला नहीं समझना चाहिए। युवाओं को यह नहीं भूलना चाहिए कि आज वो जो कुछ है अपने बुजुगों की देन हैं।
कुछ दूर पर रखें लैपटॉप ने कंप्यूटर को आवाज़ देकर कहां, ‘‘कैसे हो प्यारे ओल्ड माॅडल?’’
कंप्यूटर ने लैपटॉप को गौर से देखा। फिर मुस्करा कर बोला, ‘‘अच्छा हूं न्यू माॅडल। आज कुछ ज्यादा ही स्मार्ट लग रहे हो क्या बात है।’’
‘‘स्मार्ट, क्यों नहीं लगूंगा। आज मुझ में कुछ नए साफ्टवेयर डाउन लोड किए हैं,’’ लैपटॉप ने सीना फुलाते हुए कहा।
‘‘वाह! बहुत अच्छी बात हैं,’’ कंप्यूटर ने कहां।
‘‘एक बात बताओ ओल्ड माॅडल, क्या आप घर पर पड़े-पड़े बोर नहीं हो जाते हो। मुझे देखों अपने मालिक के साथ मैं हर जगह जाता हूं। देश-विदेश घुमते हुए मुझे बहुत मजा आता हैं,’’ लैपटॉप ने कहां।
‘‘मैं पुरानी बातों को सोच कर बोर नहीं होता हूं, क्योंकि जब मैं नया आया था, मुझे फुर्सत नहीं मिलती थी। मेरे पास लोगों की भीड़ लगी रहती थी। हर कोई कहता था, मुझे पहले कंप्यूटर पर काम करने दो। कुछ सालों में कंप्यूटर की संख्या बढ़ गयी।
Moral Stories in Hindi : बुजुर्गो का करें सम्मान
new motivational story, Moral Stories in Hindi, motivational stories for students, Prerak Kahani,अब लोगों के पास अपने-अपने कंप्यूटर हो गये। इस बीच आकार व प्रकार में भी काफी परिवर्तन होते गये। उभरे स्क्रीन से फ्लैट स्क्रीन हो गए। इसके बाद एलसीडी कंप्यूटर भी आए। आज उसकी जगह लैपटॉप यानी तुम ने ले लिया, जिसकी वजह से हमारी मांग कम हो गयी,’’ कंप्यूटर ने कहां।
‘‘.... और एक दिन ऐसा आयेगा जब तुम्हारे पास कोई नहीं आएगा। लोग सिर्फ मुझे यानी लैपटॉप रखना पसंद करेंगे,’’ लैपटॉप ने घमंड से हंसते हुए कहां।
‘‘ऐसा नहीं हैं, जब कंप्यूटर का आविष्कार किया था। उस वक्त इसका आकार एक बड़े कमरे जैसा था। धीरे- धीरे नए अनुसंधान के साथ आकार और कार्यो में बदलाव आता गया। आकार डेक्सटाॅप से होते हुए नए आकार लैपटॉप पर आ गया।
यह याद रखों, हर नया एक दिन पूराना हो जाता है। जो आज नया है कल वह पुराना हो जाएगा। लोग हर नए चीज को पूराना होते ही भूल जाते है, आज जिस तरह से मुझे भूल रहे है।
एक दिन ऐसा आएगा, लोग तुम्हें भी भूल जायेंगे। क्योंकि उस वक्त तुम्हारा कोई नया, नयी खुबियों के साथ पैदा हो जाएगा।’’ कंप्यूटर ने समझाते हुए कहां।
‘‘ऐसा नहीं होगा आने वाले दिनों में पुरी दुनिया में सिर्फ लैपटॉप राज करेगा। हर किसी के हाथों में सिर्फ लैपटॉप दिखाई देंगा।’’
Prerak Kahani : बुजुर्गो का करें सम्मान
new motivational story, Moral Stories in Hindi, motivational stories for students, Prerak Kahani,इतने में वहां पर सोनू के पापा आये। उन्होंने सोनू और उसकी मम्मी को आवाज देकर बुलाया। अपनी जेब से मोबाइल के आकार का एक यंत्र निकालते हुए कहां, ‘‘देखो आज मैं लैपटॉप से भी लेटेस्ट टैक्नोलाॅजी वाला कंप्यूटर लाया हूॅ। इसे सिंप्युटर कहते है। अब मैं इस पर काम कंरूगा। यह हल्का और छोटा होने के कारण इसे लाने ले जाने में भी आसानी होगी।’’
‘‘पापा, लैपटॉप का क्या करेंगे? सोनू ने पूछा।
‘‘लैपटॉप अब तुम्हारे लिए है,’’ यह सुनकर सोनू खुशी से उछल गया।
सोनू के पापा की बात सुनकर लैपटॉप उदास हो गया। लैपटॉप का चेहरा उतरा देख कंप्यूटर ने कहां, ‘‘मैंने कहां था न अपने आप पर इतना इतराना ठीक नहीं होता।’’
‘‘आप ठीक कह रहे थे। अब मैं आपकी तरह ओल्ड माॅडल का बन जाऊंगा। एक दिन ऐसा आयेगा लोग मुझे भी भूल जायेंगे,’’ मायुस होकर लैपटाप ने कहां।
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‘‘लोग भले ही भूल जाये, लेकिन इतिहास में हमारा नाम हमेशा रहेगा। क्योंकि पुराने व नए अनुसंधान के बीच की कड़ी में हमारा महत्वपूर्ण योगदान रहेगा,’’ कंप्यूटर ने कहां।
‘‘आप सही कह रहे हैं,’’ लैपटॉप ने कंप्यूटर के हां में हां मिलाते हुए कहां। लैपटॉप ने कंप्यूटर से अपने व्यवहार के लिए माफी भी मांग ली।
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शिक्षा:- new motivational story : Prerak Kahani | बुजुर्गो का करें सम्मान
इस कहानी से शिक्षा मिलती है कि
- दुनिया में सभी चल और अचल वस्तुएं नश्वर हैं। जिसका निर्माण हुआ है, उसका नष्ट होना या जिसने जन्म लिया हैं, उसकी मृत्यु निश्चित हैं। ऐसे में अपने सदा होने का घमंड़ नहीं करना चाहिए।
- वर्तमान में जो कुछ भी हो रहा हैं यह भूतकाल में किए गए कार्यो का परिणाम हैं और वर्तमान भविष्य का आधार हैं।
- युवाओं को अपने घर के बड़े बुजुर्गो को ‘ओल्ड मैन’ या पिछड़े मानसिकता वाला नहीं समझना चाहिए। युवाओं को यह नहीं भूलना चाहिए कि आज वो जो कुछ है अपने बुजुगों की देन हैं।
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