new motivational story : Do not run away from the problem | समस्या से डर कर न भागें | प्रेरक कहानी |
prerak kahani | new motivational story : Do not run away from the problem | प्रेरक कहानी | समस्या से डर कर न भागें
prerak kahani | new motivational story : Do not run away from the problem | प्रेरक कहानी | समस्या से डर कर न भागें कहानी में बताया गया है कि किस तरह से कोई समस्या आए तो उससे किस तरह से निपटना चाहिए। छोटी बड़ी समस्या तो हर जगह होती है। अपने विवेक, बुद्धि और संयम से समस्या को दूर करने की कोशिश करते रहना चाहिए। कोशिश की जाएं तो हर समस्या का हल मिल जाता हैं और सफलता आज नहीं तो कल अवश्य मिलती हैं।
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सतपुड़ावन में एक वृक्ष की खोह में बंटी नाम का एक गिलहरी रहता था। वह एक लेखक था। खोह में बैठ कर अच्छी-अच्छी कहानियां लिखा करता और उन्हें प्रकाशन के लिये भेंजा करता था।
बंटी जहां रहता था। वहां का माहौल काफी शान्त था। आस-पास शान्त होने की वजह से लेखन में उसका मन अच्छा लगता था, लेकिन कुछ दिन पहले उस वृक्ष पर कौवा व कौवी का जोड़ा रहने के लिये आया। उनका नाम कालू और काली था।
दोनों दिन भर कांव-कांव करते रहते थे। उनकी कांव-कांव की आवाज से बंटी को लिखने में परेशानी होने लगी।
एक दिन बंटी गिलहरी ने कौवों के जोड़े से कहा, ‘‘तुम दोनों इतना शोर क्यो मचाते रहते हो। जरा शान्त नहीं रह सकते?’’
कालू ने कहा, ‘‘हम शोर कहा मचा रहे हैं, हम तो आपस में बातें कर रहे है और साथ में अपना काम भी कर रहे है।’’
बंटी गिलहरी ने कहा, ‘‘इतने जोरजोर से बातें करते हो ऐसा लगता है कि आपस में झगड़ा कर रहे हो। यहां रहना है तो शांति से रहो, वर्ना यहां से चले जाओ।’’
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बंटी की बात कौओं के जोड़ों को अच्छी नहीं लगी। उनका मानना था, यदि उनके कांव-कांव करने की वजह से बंटी को कोई परेशानी हो रही थी, तो इस बारे में वह अच्छे से कह सकता था।
कालू और काली को उस पर गुस्सा आ गया। उन दोनों ने आपस में सलाह किया कि जब भी बंटी लेखन में जुटा होगा दोनों जोर-जोर से बात करके उसे परेशान करेगें।
बंटी जब उन्हें चिल्लाने के लिये मना करता, दोनों और जोर-जोर से कांव-कांव करने लगते।
बंटी उनकी हरकतों से काफी परेशान हो गया था। वह समझ गया कि कौवों को चिल्लाने के लिये मना करके उसने खुद मुसीबत ले ली है। इससे बचने का एक ही उपाय है कि यहां का घर छोड़ दिया जाएं। इसके बाद ही इस मुसीबत से छुटकारा मिल सकता हैं।
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बंटी रहने के लिये नया घर ढूंढने लगा। वह जहां भी जाता, उसे वहां कोई ना कोई समस्या के बारे में मालूम पड़ती।
एक दिन वह उदास होकर अपने घर की ओर लौट रहा था। रास्ते में उसकी मुलाकात चीकू खरगोश से हो गयी।
बंटी को उदास देख चीकू ने उससे पूछा, ‘‘कहो मित्र तुम इतने उदास क्यों हो?
बंटी ने अपनी समस्या बताते हुए कहां, ‘‘मैं अपने नए पड़ोसी कालू और काली की वजह से बहुत परेशान हूं। मेरे पड़ोसी मुझे शांति से रहने नहीं देते। दिन भर कावं-कावं करते रखते हैं जिसकी वजह से मैं कुछ नहीं लिख पा रहा हूॅ। मैं अपने लिए नए घर की तलाश में हूं, दूसरा घर मिलते ही मैं यह घर छोड़ दूंगा।
बंटी की बातों को सुनकर चीकू ने कहा, ’’तुम जहां भी जाओंगे, वहां कोई ना कोई समस्या जरूर होगी। समस्या से भागने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उसका समाधान तलाश करो। समस्या से भागने की बजाय उससे मुकाबला करो।’’
‘‘मेरी समझ में नहीं आ रहा है इस समस्या से छुटकारा कैसे पाऊं।’’ बंटी ने परेशान होकर कहा।
‘‘मेरे पास एक उपाय है, क्या तुम करने के लिये तैयार हो।’’
‘‘हां, मैं तैयार हूं।’’
चीकू ने अपनी योजना अच्छी तरह से बंटी को समझा दी। चीकू की बात सुनकर बंटी खुश हो गया और खुशी-खुशी अपने घर लौट आया।
कौवों ने जब देखा बंटी अपने घर लौट आया हैं, तो दोनों उसे फिर से परेशान करने के लिये कांव-कांव करने लगे।
उसने कौओ से कहा, ‘‘वाह! काफी अच्छा गाना गाते हो। अब तुमसे मुझे गाना सीखना होगा।’’
कालू और काली जब भी कांव-कांव करते, इससे अब बंटी परेशान होने की बजाय उनके कांव-कांव करने की तारिफ करने लगा।
यह सुनकर कौवों ने कांव-कांव करना बंद कर दिया। वह समझ गए कि अब उनकी बातों का बंटी पर कोई असर नहीं होने वाला।
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शिक्षा:- new motivational story : Do not run away from the problem | समस्या से डर कर न भागें | प्रेरक कहानी
इस कहानी से शिक्षा मिलती हैं कि
- कभी किसी समस्या से नहीं भागना चाहिए। छोटी बड़ी समस्या तो हर जगह होती है। इसलिए उन समस्या का डट कर मुकाबला करना चाहिए।
- कोशिश की जाएं तो हर समस्या का हल मिल जाता हैं।
- कैसी भी मुसीबतें आएं कभी भी उनसे नहीं घबराना चाहिए। अपने विवेक, बुद्धि और संयम से समस्या को दूर करने की कोशिश करते रहना चाहिए। क्योंकि आज नहीं तो कल सफलता अवश्य मिलती हैं।
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